रेशम कीट और उसका जीवन चक्र औरलाख का कीट के बारे मैं संपूर्ण जानकारी
हेल्लो मेरे प्यारे दोस्तो आज में आपके लिए लाभदाई कितो मेसे दो कीटो के बारे में जानकारी लेकर आया हूं पहला है रेशम कीट (Silkworm) और दूसरा है।लाख का कीट(Lac insects) , यह आर्टिकल में आपको रेशम कीट (Silkworm moth) के जीवन चक्र के बारे में और वह कहा पर रहता है और उसका पोषण क्या है।
लाख का कीट(Lac insects) के बारे में आपको जीवन चक्र के बारे में और वह कहा पर रहता है और उसका पोषण क्या है। यह सबकुछ जानकारी आपको दूंगा। तो आप इस आर्टिकल को पूरा रीड कर लेना
रेशम कीट (Silkworm /Bombyx )
रेशम कीट रेशम कीट पालन-पोषण और रेशम बनाने की क्रिया रेशम कीट पालन/सेरीकल्चर कहलाती हैं
रेशम कीट शहतूत के पेड़ों पर रहता है रेशम कीट का लारवा शहतूत की पत्तियों को खाता है।
रेशम का कीट शहतूत की पत्तियों पर लगभग 300 अण्डों का रोपण कर देती है। प्रत्येक अण्डे से लगभग 10 दिन में एक नन्हा कैटरपिलर लार्वा निकलता है। लगभग 30-40 दिन में सक्रिय वृद्धि के फलस्वरूप, लार्वा पहले लम्बा होता है और फिर सुस्त होकर गोल-मटोल हो जाता है।
अब तीन दिन तक निरन्तर अपने सिर को इधर-उधर हिलाकर यह अपने चारों ओर अपनी लार ग्रन्थियों द्वारा स्रावित पदार्थ से एक ही लम्बे धागे का खोल बनाता है, जिसे कोया या कोकून कहते हैं। वायु के सम्पर्क में यही धागा सूखकर रेशमी धागा बन जाता है, जो लगभग 1000 मीटर लम्बा होता है।
कोकून में बंद लार्वा अब एक प्यूपा में रूपान्तरित हो जाता है। साधारणतः 12 से 15 दिन में प्यूपा कायान्तरण द्वारा पूर्णकीट (imago) बन जाता है। जो एक क्षारीय स्राव की सहायता से कोकून को एक ओर से काटकर बाहर निकल जाता है। इससे कोकून का रेशमी धागा अनेक टुकड़ों में किक टूटकर व्यर्थ हो जाता है।
अतः रेशम प्राप्त करने के लिए पूर्णकीट के बाहर निकलने से पहले ही कोकून को खौलते जल में डालकर पूर्णकीट को भीतर-ही-भीतर मार देते हैं और धागे को अलग कर लेते हैं।
चीन, जापान, इटली, फ्रांस, स्पेन, भारत, आदि देशों में रेशम के पतंगों को बड़े पैमाने पर पालते हैं। लगभग 25 हजार कोयों से एक पौंड रेशम मिलता है। संसारभर में प्रतिवर्ष लगभग पाँच करोड़ पौंड रेशम उत्पन्न किया जाता है। इसे रेशम उत्पादन या रेशमकीट पालन (Sericulture) कहते हैं।
लाख का कीट(Lac insects)
लाख के कीट पीपल, बेर, अंजीर, बरगद, साल आदि की टहनियों से चिपके रहते हैं।
ये गोंदनुमा पदार्थ स्रावित करते हैं जो इन्हें चारों और से ढक लेता है और बाद में टहनियों के चारों ओर 1-2 इंच मोटा स्तर बना लेता है। लाख तैयार करने के लिये वृक्षो की टहनियों को काटकर गर्म मानी में डाल देते हैं जिससे यह गोंदनुमा पदार्थ अलग हो जाता है।अब इस घोल में कुछ रासायनिक पदार्थ डालकर बाजार में मिलने वाला लाख तैयार हो जाता है।
हमारे देश मे लाख का व्यापारिक स्तर पर निर्माण उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में होता है और लगभग 1,80,40,000 किलोग्राम लाख विदेश को भेजा जाता है। लाख से बनने वाली चीज़े जैसे चूड़ियाँ, ग्रामोफोन रिकॉर्ड, मुहर लगाने वाला लाख, पेंट, वार्निश तथा बच्चों के खेल का सामान इत्यादि।
लाख कीट की मादाएं गोल व थैलीनुमा होती हैं। इनमें सिर, पंख, पाद आदि कुछ भी नहीं होते हैं । इनका शरीर कुछ गोल व चपटा-सा होता है
और यह भी पढ़े :-
नमस्कार मेरे प्यारे दोस्तो यह आर्टिकल आपको पसंद आए तो आप अपने प्यारे दोस्तो के साथ शेयर करना ना भूले। और बढ़िया बात तो यह है कि हमारी साइट में विजिट करने के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं
टैग्स या केटेगरी :-
लाख कीट का अर्थ, लाख कीट संवर्धन, लाख का कीट, लाख का कीटनाशक, लाख कीट का नाम बताइए, लाख कीट का वैज्ञानिक नाम बताइए, रेशम कीट और उसका जीवन चक्र
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें